मन चाहे निरंतर मौज || आचार्य प्रशान्त (2016)

2019-11-27 1

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१२ अक्टूबर २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
उत्त्सव का क्या परिभाषा है?
हम उत्त्सव क्यों मनाते है?
क्या उत्त्सवमग्न रहना हमारा स्वभाव है?
मन निरंतर मौज में क्यों रहना चाहता है?
जीवन में सहज होकर कैसे जीए?
मौज में कैसे रहे?

संगीत: मिलिंद दाते

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